बुनकरों के लिए योगी सरकार करने जा रही ऐसा, जानना बेहद जरूरी
बुनकरों की आर्थिक समृद्धि के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली सरकार उन्हें बैकों से लिंक कराएगी। प्रथम चरण में काम वाराणसी से शुरू हो रहा है। इसके बाद इसे गोरखपुर परिक्षेत्र में लागू करने की योजना है। दूसरी ओर जल्द ही योगी सरकार अपनी दूसरी टेक्सटाइल पॉलिसी लेकर आ रही है ताकि गोरखपुर समेत उत्तर प्रदेश को टेक्सटाइल हब के रूप में निर्मित किया जा सके।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में साल 2017 में सरकार बनी तो सरकार ने नई टेक्सटाइल पॉलिसी 05 साल के लिए लेकर आई। 12 जुलाई को यह पॉलिसी लैप्स हो चुकी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अब नए नवाचार के साथ शीघ्र ही नई टेक्सटाइल पॉलिसी लाने जा रहे हैं। पॉलिसी का ड्रॉफ्ट तैयार कर परामर्शी विभागों को अभिमत लिया जा रहा है। नई पॉलिसी के क्रियान्वयन से प्रदेश में वस्त्रोद्योग के क्षेत्र में निवेश में और अधिक बढ़ोतरी होगी। अधिकाधिक रोजगार के अवसर सृजित होंगे। अकेले गोरखपुर में इस पॉलिसी से कई उद्योगों को लाभ मिला।
गोरखपुर परिक्षेत्र में गोरखपुर, महराजगंज और संतकबीरनगर जिले बुनकर बाहुल्य वाले हैं। इन सभी को बैकों से जोड़ कर प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, स्टैंडअप योजना, स्टार्टअप योजनाओं से जोड़कर ऋण उपलब्ध कराया जाएगा। एमएसएमई विभाग और बैंकर्स की बैठक में इस पर निर्णय भी लिए गए हैं। जरूरत के अनुसार औपचारिकताओं में छूट दी जाएगी। सरकार के इस अभियान में सिडबी भी मदद करेगी। प्रथम चरण में वाराणसी से शुरू हो रही इस योजना में पहले से ही करीब 25 हजार बुनकर हैंडलूम विभाग के पोर्टल पर पंजीकृत हैं जिनके फॉर्म 15 अगस्त तक अपलोड हो जाएंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में साल 2017 में सरकार बनी तो सरकार ने नई टेक्सटाइल पॉलिसी 05 साल के लिए लेकर आई। 12 जुलाई को यह पॉलिसी लैप्स हो चुकी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अब नए नवाचार के साथ शीघ्र ही नई टेक्सटाइल पॉलिसी लाने जा रहे हैं। पॉलिसी का ड्रॉफ्ट तैयार कर परामर्शी विभागों को अभिमत लिया जा रहा है। नई पॉलिसी के क्रियान्वयन से प्रदेश में वस्त्रोद्योग के क्षेत्र में निवेश में और अधिक बढ़ोतरी होगी। अधिकाधिक रोजगार के अवसर सृजित होंगे। अकेले गोरखपुर में इस पॉलिसी से कई उद्योगों को लाभ मिला।