जयराम रमेश ने गुलाम नबी आजाद पर कसा तंज, कह डाली ये बात

गुलाम नबी आजाद ने जब से कांग्रेस पार्टी छोड़ी है कांग्रेस उनके खिलाफ हमलावर हैं। आजाद पर तंज कसते हुए कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने शुक्रवार को दावा किया कि जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस की जमीनी वास्तविकता अलग है नई दिल्ली में मोदी सरकार द्वारा स्वीकृत बंगलों में बैठे लोगों के दावों से अलग है।

जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के ट्वीट में कहा गया है कि भल्लेसा उपमंडल के सभी प्रखंडों के कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एक सितंबर को गंडोह के पार्टी कार्यालय में एक बैठक की। यह बैठक हर महीने 50 से अधिक वर्षों से हो रही है। गौरतलब है कि भालेसा पूर्व कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद का गृहनगर है।

जम्मू-कश्मीर कांग्रेस ने ट्वीट किया, “सब डिवीजन भल्लेसा के सभी ब्लॉकों के कांग्रेस कार्यकर्ता मासिक बैठक करने के लिए कांग्रेस कार्यालय गंडोह में इकट्ठे हुए, जो पिछले 50 वर्षों से हर महीने के पहले दिन आयोजित की जा रही है। भालेसा गुलाम नबी आजाद का गृह गांव है।”

आजाद ने 26 अगस्त को राहुल गांधी की “अपरिपक्वता” का हवाला देते हुए पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने पार्टी में परामर्श तंत्र को ध्वस्त करने का आरोप लगाया था।

कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को 5 पेज की चिट्ठी में आज़ाद ने दावा किया कि एक मंडली पार्टी चलाती है। वह सिर्फ एक नाममात्र की मुखिया थीं। सभी बड़े फैसले “राहुल गांधी या बल्कि उनके सुरक्षा गार्डों और पीए द्वारा लिए गए थे।”

इससे पहले दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए गुलाम नबी आजाद ने कहा, “मुझे अपने घर छोड़ने के लिए मजबूर किया गया है।” अपने इस्तीफे पर कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा, “मोदी एक बहाना है, जी23 पत्र लिखे जाने के बाद से वे मेरे खिलाफ थे। वे कभी नहीं चाहते थे कि कोई उन्हें लिखे, उनसे सवाल करे।”

ट्विटर पर जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के एक वीडियो को टैग करते हुए जयराम रमेश ने लिखा, “यह जमीनी हकीकत है। यह नई दिल्ली में मोदी सरकार के द्वारा दिए गए बड़े-बड़े लॉन वाले बंगले में बैठे लोगों द्वारा बनाई गई वास्तविकता से अलग है। वे फर्जी खबरें फैला रहे हैं।”

 

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