बिहार का दौरा करने वाले हैं अमित शाह, नए सिरे से तैयार होगा ये…
नीतीश कुमार के एनडीए से अलग होने के बाद भाजपा बिहार में अपनी रणनीति को नए सिरे से तैयार कर रही है। एक तरफ भाजपा नीतीश के झटके से सत्ता से बाहर हो गई है तो वहीं वह इसे अपने दम पर विस्तार करने के मौके के तौर पर भी देख रही है। यही वजह है पार्टी के बड़े नेताओं ने बिहार पर फोकस बढ़ा दिया है।
अमित शाह बिहार का दौरा करने वाले हैं और उससे पहले नेताओं ने कमर कस ली है। खासतौर पर सीमांचल इलाके पर भाजपा फोकस कर रही है, जहां ध्रुवीकरण की संभावनाएं अधिक हैं। भाजपा ने यूपी और झारखंड की तरह ही बिहार में भी अपने दम पर आगे बढ़ने की रणनीति पर काम शुरू कर दिया है।
अमित शाह के दौरे को बिहार में भाजपा के मिशन 2024 की शुरुआत के तौर पर देखा जा रहा है। भाजपा का दावा है कि वह 2024 में बिहार की 35 लोकसभा सीटों को जीतने पर फोकस कर रही है। भाजपा, जेडीयू के एनडीए गठबंधन ने 2019 के आम चुनाव में 39 सीटें जीती थीं। लेकिन इस बार समीकरण पूरी तरह से अलग हैं।
भाजपा अलग है, जबकि जेडीयू ने आरजेडी, कांग्रेस, हम, सीपीआई समेत कुल 6 दलों के साथ गठबंधन कर लिया है। बिहार के समाज शास्त्री डीएम दिवाकर ने कहा, ‘तथ्य यह है कि नीतीश कुमार के अलगाव के बाद भाजपा ने आगे की रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। उसकी कोशिश होगी कि सीमांचल के इलाके में वह पोलराइजेशन कर सके, जहां मुस्लिम आबादी बड़ी संख्या में हैं।’