केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज जोधपुर में करेंगे ये काम , अशोक गहलोत हुए हैरान
राजस्थान में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह क्षेत्र जोधपुर में आज पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करने वाले हैं।
शाह यहां भाजपा ओबीसी मोर्चा कार्यसमिति के समापन सत्र को संबोधित करने वाले हैं। इसके बाद वह 25,000 से अधिक बूथ कार्यकर्ताओं को भी संबोधित करेंगे। वहीं, छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय स्व्यंसेवक संघ (RSS) की भी बैठक है, जिसमें भारतीय जनता पार्टी (BJP) से जेपी नड्डा और बीएल संतोष को बुलाया गया है।
इसके अलावा 200 विधानसभा क्षेत्रों में से 33 जोधपुर संभाग में हैं। जिनमें 10 जोधपुर जिले में हैं। भाजपा के पास फिलहाल 14, कांग्रेस के पास 17, जबकि राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी और निर्दलीय के पास एक-एक सीट है।
अमित शाह शुक्रवार शाम राजस्थान के दो दिवसीय दौरे पर जैसलमेर पहुंचे। केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने वायु सेना स्टेशन पर उनका स्वागत किया। गृह मंत्री ने दाबला (जैसलमेर) में दक्षिण सेक्टर मुख्यालय में बीएसएफ अधिकारियों के साथ बातचीत की और रात बीएसएफ अधिकारी संस्थान में ही बिताई। शनिवार की सुबह उन्होंने तनोट माता मंदिर में पूजा-अर्चना की। इसके बाद सीमा पर्यटन विकास कार्य का शिलान्यास करने का कार्यक्रम है।
आरएसएस की तीन दिवसीय ‘अखिल भारतीय समन्वय बैठक’ शनिवार को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में शुरू हुई। यह बैठक इसलिए भी काफी महत्वपूर्ण है कि इसमेंआरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, संघ सरकार्यवाह (महासचिव) दत्तात्रेय होसबोले के साथ-साथ भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शामिल हुए। आरएसएस की इस बैठक में भाजपा, विश्व हिंदू परिषद, वनवासी कल्याण आश्रम और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद सहित आरएसएस से प्रेरित 36 संगठनों के प्रमुख पदाधिकारी मौजूद हैं।
जोधपुर को राजस्थान के मारवाड़ क्षेत्र का गढ़ माना जाता है और यह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का गृहनगर भी है। अमित शाह ने ओबीसी मोर्चा को संबोधित करते हुए 2023 के विधानसभा चुनावों से पहले राज्य में पार्टी के ओबीसी वोट बैंक को मजबूत करने का लक्ष्य रखा है।
राजस्थान की आबादी का 52 प्रतिशत हिस्सा ओबीसी का है। इनमें से 11 फीसदी जाट हैं। राज्य की 150 सीटों पर इस समुदाय का प्रभाव है। अभी तक राजस्थान में ओबीसी समुदाय के 55 विधायक हैं, जिनमें 43 जाट हैं।