पंचायत चुनाव से पहले कांग्रेस को लगा बड़ा झटका , भाजपा में शामिल हुए ये नेता

हरिद्वार सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब देश से कांग्रेस पार्टी का सफाया हो जाएगा। भाजपा के अभूतपूर्व कार्यों से प्रभावित होकर आज भाजपा का कुनबा निरंतर बढ़ रहा है।

प्रधानमंत्री मोदी की जनकल्याणकारी नीतियों से प्रभावित होकर अन्य राजनीतिक दलों के लोग भी भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर रहे हैं। यह बात उन्होंने कांग्रेस के कई नेताओं को भाजपा की सदस्यता दिलाते हुए कही।

इस मौके पर सांसद ने कहा कि भाजपा सरकार देश के गरीबों को समर्पित है। चाहे गांव हों, गरीब हों, किसान हों, दलित हो, पीड़ित हों, शोषित हों, भाजपा सरकार सभी वर्गों को साथ लेकर दिन-रात कार्य कर रही है। 2014 के बाद दलित समाज के उत्थान के लिए जितने ऐतिहासिक कार्य हुए हैं वह पिछले 50 वर्षों में भी नहीं हुए हैं। इस समाज का उपयोग कांग्रेस और बसपा ने केवल वोट बैंक के रूप में ही किया है।

डॉ. निशंक ने कार्यकर्ताओं से हरिद्वार में होने वाले पंचायत चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को ऐतिहासिक जीत दिलाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक जिला पंचायत सीटें जिताकर भाजपा को रिकॉर्ड मतों से जीत दिलाकर विजयी बनाएं। कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ. जयपाल सिंह चौहान ने की।

इस मौके पर पूर्व सांसद हरपाल साथी, अनिल अरोड़ा, विकास तिवारी, आदेश सैनी, संदीप गोयल, लव शर्मा, आशु चौधरी, ओमप्रकाश जमदग्नि, डॉ. रामपाल, अरविंद गौतम, मानवेंद्र सिंह उपस्थित रहे।

सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने औरंगाबाद जिला पंचायत प्रत्याशी विमलेश देवी के चुनाव कार्यालय का उद्घाटन किया। इस मौके पर डॉ. निशंक ने कहा कि संसद में भाजपा प्रतिनिधियों के बहुमत से ही देश विकसित होने की दिशा में लगातार आगे बढ़ रहा है। विश्व में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी सोच के कारण भारत ने अलग मुकाम हासिल किया है, हर क्षेत्र में विकास योजनाओं को धरातल तक बड़ी तेजी से लाया जा रहा है।

गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी के जिला कार्यालय हरिद्वार में सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने कांग्रेस के एससी-एसटी सेल के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुशील पेंगोवाल को भाजपा की सदस्यता दिलाई। पंचायत चुनाव के दौरान निशंक ने कांग्रेस को बड़ा झटका दिया है। सुशील पेंगोवाल पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के करीबी माने जाते हैं और एससी-एसटी समुदाय में पकड़ रखते हैं।

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