ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टी20 मैच में टीम इंडिया को मिली हार , भुवनेश्वर कुमार और हर्षल पटेल साबित हुए महंगे

भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मोहाली में खेले गए पहले टी20 मैच में हार का सामना करना पड़ा है। मंगलवार को 208 रनों का विशाल स्कोर बनाने के बावजूद टीम ने मैच गंवा दिया। भारत का गेंदबाजी आक्रमण ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों के खिलाफ पूरी तरह से फीका नजर आया। टीम के गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार और वापसी कर रहे हर्षल पटेल काफी महंगे साबित हुए।

रवि शास्त्री ने कहा, “अगर आप पिछले कुछ सालों में सभी शीर्ष भारतीय टीमों को देखें, तो वहां युवा और अनुभव है। मुझे यहां युवा गायब दिखा हैं और इसलिए फील्डिंग भी। यदि आप पिछले पांच-छह वर्षों को क्षेत्ररक्षण के हिसाब से देखें, तो जब क्षेत्ररक्षण की बात आती है तो मुझे लगता है कि इस टीम का किसी भी शीर्ष पक्ष से कोई मुकाबला नहीं है और यह बड़े टूर्नामेंटों में बुरी तरह प्रभावित करता है। इसका मतलब है कि एक बल्लेबाजी पक्ष के रूप में आपको हर गेम में 15-20 रन और बनाने होंगे, क्योंकि अगर आप मैदान के चारों ओर देखते हैं , प्रतिभा कहां है? कोई जडेजा नहीं है। वह एक्स-फैक्टर कहां है?”

भारत ने ऑस्ट्रेलिया की पारी के दौरान तीन कैच छोड़े। कैमरन ग्रीन और मैथ्यू वेड का महत्वपूर्ण कैच छोड़ा। ग्रीन को 42 के निजी स्कोर पर जीवनदान मिला और फिर उन्होंने 61 रन की पारी खेली। वहीं वेड ने 21 गेंदों में 45 रन बनाए।

उन्होंने कहा, “आज मैं जिस चीज से निराश था, वह फील्डिंग का मानक था। मेरा मतलब है, यह ढीला है और मुझे लगता है कि जब क्षेत्ररक्षण की बात आती है तो आपको बड़ी प्रतियोगिताओं में बड़ी टीमों को हराने की जरूरत है।” भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन मैचों की टी20 सीरीज का दूसरा मैच 23 सितंबर को नागपुर में खेला जाएगा।

ये दोनों किफायती गेंदबाजी के साथ विकेट लेने के लिए मशहूर है, लेकिन इस मैच में इसके उलट हुआ और इन दोनों गेंदबाजों ने मिलकर 8 ओवर में 101 रन लुटाए। गेंदबाजी के अलावा फील्डिंग में भी भारतीय खिलाड़ियों ने तीन कैच छोड़े, जोकि हार का कारण भी बना।
ऑस्ट्रेलियाई पारी के दौरान भारतीय फील्डर्स ने मैच जिताऊ पारी खेलने वाले कैमरन ग्रीन का विकेट भी छोड़ा। कम ओस होने के बावजूद टीम की फील्डिंग निराशाजनक रही और इसलिए पूर्व कोच रवि शास्त्री ने जमकर आलोचना की है।

Related Articles

Back to top button