कारोबारी गौतम अडानी ने शरद पवार से की मुलाकात , जानिए पूरा मामला

कारोबारी गौतम अडानी ने एनसीपी के मुखिया शरद पवार से मुलाकात की है। गुरुवार को अडानी एनसीपी नेता के घर पर पहुंचे और यह मीटिंग करीब दो घंटे तक चली। फिलहाल दोनों लोगों के बीच किस मसले पर बात हुई, यह सामने नहीं आया है।

बीते दिनों गौतम अडानी पर विपक्ष ने तीखा हमला बोला था, जिसे लेकर शरद पवार ने कहा था कि इससे कोई फायदा नहीं होगा। उन्होंने गौतम अडानी के मामले की जांच के लिए जेपीसी की मांग को भी गलत बताया था। ऐसे में गौतम अडानी से शरद पवार की मुलाकात अहम है और इसी वजह से इसकी चर्चा हो रही है।

हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद विपक्ष आरोप लगा रहा था कि गौतम अडानी ने 20 हजार करोड़ का भ्रष्टाचार किया है। शीतकालीन सत्र में राजनीतिक माहौल गरमा गया था। लेकिन कुछ दिन पहले शरद पवार ने कहा था कि उन्होंने हिंडनबर्ग का नाम नहीं सुना है। यह भी कहा था कि इस मामले में जेपीसी की जगह सुप्रीम कोर्ट की बनाई कमेटी द्वारा जांच ज्यादा सही रहेगी।

मालूम हो कि सुप्रीम कोर्ट ने पिछले महीने शेयर बाजारों के लिए विभिन्न नियामक पहलुओं की जांच के लिए शीर्ष अदालत के एक पूर्व न्यायाधीश की अध्यक्षता में छह सदस्यीय समिति गठित करने का आदेश दिया था। समिति हिंडनबर्ग रिसर्च के धोखाधड़ी के आरोपों के बाद अडानी समूह के शेयरों में आई हालिया गिरावट की जांच करेगी। हिंडनबर्ग ने अरबपति अडानी से संबंधित कंपनियों में स्टॉक हेरफेर और लेखा धोखाधड़ी का आरोप लगाया था। हालांकि, कारोबारी समूह ने आरोपों को झूठा बताकर खारिज कर दिया था।

पवार ने इस महीने की शुरुआत में अडानी समूह का बचाव करते हुए हिंडनबर्ग रिपोर्ट की आलोचना की थी। पवार ने राकांपा के सहयोगी दल कांग्रेस से अलग रुख अपनाते हुए कहा था कि वह अडानी समूह पर लगे आरोपों की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट की तरफ से समिति गठित किए जाने का समर्थन करते हैं।

क्योंकि, संयुक्त संसदीय समिति में संख्याबल के हिसाब से सत्तारूढ़ भाजपा का दबदबा होगा, जिसके चलते जांच को लेकर संदेह पैदा होगा। हालांकि बाद में उन्होंने कहा था कि उनकी पार्टी अडानी समूह पर लगे आरोपों की जांच के लिए जेपीसी गठित करने की भाजपा विरोधी दलों की मांग का समर्थन नहीं करती, लेकिन फिर भी वह विपक्षी एकता की खातिर उनके रुख के खिलाफ नहीं जाएगी।

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