केरल में वाटर मेट्रो की तर्ज पर पीएम मोदी की काशी में दौड़ेगी वाटर टैक्सी, बनेंगे स्टेशन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को केरल में देश की पहली वाटर मेट्रो का शुभारंभ किया। अब इसी की तर्ज पर पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में वाटर टैक्सी चलाने की तैयारी हो रही है।
यह टैक्सी वाराणसी के सभी 80 घाटों के एक किनारे से दूसरे किनारे तक चलेगी। बीच में इसके लिए चार स्टेशन बनाए जाएंगे। इस वाटर टैक्सी का इस्तेमाल न सिर्फ परिवहन के लिए किया जा सकेगा बल्कि लोग बनारस के खूबसूरत घाटों का नजारा भी इससे ले सकेंगे। अभी बनारस में क्रूज और कार्गो का संचालन हो रहा है। इसका इस्तेमाल केवल पर्यटक ही करते हैं। लेकिन वाटर टैक्सी का इस्तेमाल बनारस के लोग सड़क पर जाम से छुटकारे के लिए भी कर सकेंगे।
मंगलवार को इस संबंध में प्राधिकरण के चेयरमैन संजय बंद्योपाध्याय और कमिश्नर कौशलराज शर्मा के बीच सहमति बनी। गंगा में जल परिवहन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बनारस आए बंद्योपाध्याय ने कमिश्नरी सभागार में अफसरों के साथ बैठक भी की। चेयरमैन ने राल्हूपुर (रामनगर) मल्टी मॉडल टर्मिनल (एमएमटी) का निरीक्षण किया।
टर्मिनल के विस्तार व फ्रेट विलेज प्रोजेक्ट की प्रगति जानी। उन्होंने प्रयागराज से पटना तक गंगा में जल प्रवाह और उसकी गति के आधार पर कार्गो संचालन की संभावना पर विचार-विमर्श किया। टर्मिनल और फ्रेट विलेज के लिए जमीन अधिग्रहण में तेजी लाने का निर्देश दिया।
बनारस में सबसे उत्तर में नमो घाट से सबसे दक्षिण में स्थित अस्सी घाट के बीच वाटर टैक्सी को चलाने की तैयारी भारतीय अन्तरदेशीय जलमार्ग प्राधिकरण (आईडब्ल्यूएआई) और पर्यटन विभाग कर रहा है। दोनों घाटों के बीच 80 घाट हैं। इनके बीच चार स्टेशन बनेंगे। सभी घाटों पर जलमार्ग प्राधिकरण फ्लोटिंग जेटी उपलब्ध कराएगा। इससे लोगों को उतरना और चढ़ना आसान हो जाएगा।