अपहरणकांड में अतीक के बेटों पर कसेगा शिकंजा, कोर्ट में ऑनलाइन होगी सुनवाई

माफिया अतीक अहमद के बेटों पर चारों तरफ से शिकंजा कसने वाला है। उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस ने अतीक के चारों बेटों का नाम केस डायरी में अंकित कर दिया है। इन्हें पुलिस ने उमेश पाल हत्याकांड में आरोपित नहीं किया है लेकिन अपराध में इनकी संलिप्तता माना है।

उमेश पाल हत्याकांड से पहले ही अतीक के बेटे मो. उमर और अली पर अपहरणकांड में कार्रवाई हो जाएगी। 22 जून को बिल्डर का अपहरण कर रंगदारी वसूलने के केस में कोर्ट में ऑनलाइन सुनवाई होनी है। पुलिस अतीक के दोनों बेटों का इस केस में रिमांड लेने वाली है।

लेकिन अतीक के दोनों बेटे अली और उमर के खिलाफ अपहरणकांड में रिमांड बनवाने की तैयारी चल रही है। अतीक के करीबी बिल्डर मो. मुस्लिम ने अतीक के बेटे अली, उमर और शूटर असाद कालिया समेत अन्य के खिलाफ खुल्दाबाद में अपहरण, रंगदारी समेत अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्जकराई थी। आरोप लगाया था कि उसे अगवा करके चकिया स्थित अतीक के कार्यालय पर ले गए थे।

वहीं पर उसे उल्टा टांग कर मारा पीटा और पांच करोड़ की रंगदारी मांगी। उसने अपनी जान बचाने के लिए एक करोड़ 20 लाख रुपये पहुंचाया था। इस केस में तीन आरोपी अली, उमर और असाद कालिया जेल में बंद हैं। तीनों का जेल में रिमांड बनवाने की तैयारी है।

पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस ने अतीक के बहनोई और अधिवक्ता समेत नौ के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया है। शूटर अरमान, साबिर, बमबाज गुड्डू मुस्लिम, अतीक की पत्नी शाइस्ता, अतीक की बहन आयशा नूरी और अशरफ की पत्नी जैनब को वांछित किया है। इसके अलावा अतीक के बेटे नैनी जेल में बंद अली, लखनऊ जेल में बंद मो. उमर और दोनों नाबालिग बेटों के खिलाफ उमेश पाल की हत्या की साजिश में पुलिस को प्रमाण मिले हैं। चारों बेटों की अलग-अलग भूमिका रही। लेकिन सब कुछ होने के बाद भी पुलिस ने जेल में बंद अली और उमर का रिमांड नहीं बनवाया।

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