दिल्ली में बाढ़ का पानी उतरने से पहले बढ़ी सियासी तकरार , केजरीवाल सरकार ने भाजपा पर लगाया ये आरोप

दिल्ली में बाढ़ का पानी उतरने से पहले पहले ही सियासी तकरार बढ़ गई है। आम आदमी पार्टी (आप) और भारतीय जनता पार्टी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सैलाब आ चुका है। दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार और सत्ताधारी पार्टी ने राजधानी में बाढ़ के लिए भाजपा पर ठीकरा फोड़ दिया है।

‘आप’ ने हरियाणा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि हथिनीकुंड बैराज से सिर्फ दिल्ली की तरफ पानी छोड़ा गया। आप ने पूछा है कि क्या दिल्ली की हार का बदलना लेने के लिए इसे बाढ़ में डुबाया जा रहा है? पार्टी ने हरियाणा सरकार से तीन दिन का डेटा भी सार्वजनिक करने को कहा है। वहीं, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इसे प्राकृतिक आपदा बताते हुए आरोपों को खारिज किया है।

आप की ओर से लगाए गए आरोपों के बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अपना पक्ष रखा और इसे प्राकृतिक आपदा बताया। उन्होंने कहा, ‘अभी जो बाढ़ आया है वो प्राकृतिक आपदा है, इस पर राजनीति नहीं करनी चाहिए। पहाड़ी राज्यों में जो बारिश हुई है, अचानक उसका प्रभाव हमारी नदियों में बढ़ा है।

यमुना में 1 लाख क्यूसेक पानी था जो अगले दिन अचनाक 3.70 लाख क्यूसेक हो गया। जहां तक पानी छोड़ने का सवाल है, हमने अरविंद केजरीवाल को बताया है कि बैराज में एक सीमित मात्रा में पानी को नियंत्रित कर सकते हैं। बैराज की क्षमता 1 लाख क्यूसेक पानी की है, उससे अधिक जो भी पानी होगा उसे रोकना मुश्किल है।’

आप नेता सोमनाथ भारती ने कहा, ‘क्या BJP दिल्ली के लोगों को बाढ़ में मार कर अपनी हार का बदला लेना चाहती है? हथिनी कुंड से निकलते हुए तीन कनाल हैं। ईस्ट यमुना कनाल जो यूपी की तरफ जाता है। वेस्ट यमुना कनाल जिससे पानी हरियाणा की तरफ छोड़ा जाता है और यमुना कनाल जिससे पानी दिल्ली आता है। 10, 11 और 12 जुलाई को इन्होंने (बीजेपी) सरकार ने ना तो ईस्ट कनाल में पानी छोड़ा, न वेस्ट में। सारा पानी छोड़ा सिर्फ दिल्ली की तरफ छोड़ा गया।’

 

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