2000 के नोट बंद करने पर अखिलेश यादव ने पीएम मोदी पर बोला हमला, कहा अपनी गलती…

रबीआई ने शुक्रवार की शाम दो हजार के नोट वापस लेने की घोषणा कर दी। 30 सितंबर तक दो हजार से सभी नोट बैंकों को वापस किए जा सकेंगे। फैसला भले ही आरबीआई की तरफ से लिया गया है लेकिन सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इसे लेकर पीएम मोदी पर बड़ा हमला बोला है।

अखिलेश ने कहा कि कुछ लोगों को अपनी गलती देर से समझ आती है। उन्होंने नोटबंदी का जिक्र करते हुए लोगों को हुई परेशानी की भी याद दिला दी। केंद्र की सरकार को इसी बहाने एक सलाह भी दे दी।

गौरतलब है कि दो हजार के नोट मोदी सरकार ने ही 2016 में शुरू किया था। एक हजार औऱ पांच सौ के पुरानों नोटों पर रोक लगाने के बाद मोदी सरकार ने दो हजार और पांच सौ के नए नोटों को छापना शुरू कर दिया था। उस समय बताया गया था कि काले धन पर रोक, आतंकवाद पर वार और नकली नोटों पर नकेल के लिए ऐसा किया जा रहा है। हालांकि उसी समय से दो हजार के नोटों को छापने का विरोध शुरू हो गया था। विशेषज्ञों ने 2000 के नोटों के चलन से काला धन और बढ़ने की आशंका जताई थी।

अब आशंका सच साबित हो रही है। आरबीआई और अन्य वित्तीय संगठन भी मानते हैं कि दो हजार के नोटों को बड़े पैमाने पर काला धन रखने वालों ने डंप कर रखा है। मान जा रहा है कि इसी काले धन को निकालने के लिए नई कवायद हो रही है। 8 नवंबर 2016 को खुद पीएम मोदी ने पांच सौ और एक हजार के नोटों को बंद करने की घोषणा की थी। इसके बाद देश में अफरातफरी मच गई थी। इस बार पीएम मोदी या सरकार के किसी मंत्री की जगह आरबीआई ने घोषणा की है।

अखिलेश यादव ने भले ही किसी का नाम नहीं लिखा है लेकिन उनका इशारा सीधे-सीधे पीएम मोदी और मोदी सरकार पर है। नोटबंदी और दो हजार का नोट जारी करने के बाद देश की जीडीपी बुरी तरह गिर गई थी।

इसी घोषणा को लेकर अखिलेश यादव ने ट्वीट कर मोदी सरकार पर तंज कसते हुए निशाना साधा। अखिलेश ने लिखा कि कुछ लोगों को अपनी गलती देर से समझ आती है…। 2000/- के नोट के मामले में भी ऐसा ही हुआ है। लेकिन इसकी सज़ा इस देश की जनता और अर्थव्यवस्था ने भुगती है। शासन मनमानी से नहीं, समझदारी और ईमानदारी से चलता है।

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