WhatsApp में आया ये नया फीचर , देख हर कोई हुआ हैरान

वॉट्सऐप (WhatsApp) यूजर्स के लिए बड़ी खुशखबरी है। कंपनी ने आखिरकार उस शानदार फीचर को रोलआउट करना शुरू कर दिया है, जिसका यूजर्स को लंबे समय से इंतजार था। वॉट्सऐप के इस नए फीचर का नाम Communities है। वॉट्सऐप कम्यूनिटीज के ग्लोबल रोलआउट का ऐलान मार्क जकरबर्ग (Mark Zuckerberg) ने किया। यह आने वाले कुछ महीनों में वॉट्सऐप के सभी यूजर्स तक पहुंच जाएगा।

वॉट्सऐप कम्यूनिटीज की मदद से यूजर एक साथ कई सारे ग्रुप्स से कनेक्ट हो सकते हैं। इसके अलावा भी वॉट्सऐप में आज तीन और नए फीचर्स की एंट्री हुई है। अब यूजर एक साथ 32 लोगों से वीडियो कॉल के जरिए कनेक्ट हो सकेंगे। वहीं, अब ग्रुप में 1024 यूजर्स के साथ चैटिंग की जा सकती है। साथ ही कंपनी ने वॉट्सऐप में पोल क्रिएट करने वाले फीचर को भी रिलीज कर दिया है। आइए जानते हैं डीटेल।

कम्युनिटीज़ बनाने और उसे मैनेज करने की ज़िम्मेदारी एडमिन की होगी। एडमिट यह चुन सकेंगे कि कौन से ग्रुप्स कम्युनिटी का हिस्सा होंगे और कौन नहीं। इसके लिए वे नए ग्रुप्स बना सकते हैं या पहले से मौजूद ग्रुप्स को आपस में लिंक भी कर सकते हैं। एडमिन के पासे किसी ग्रुप या मेंबर को हटाने की भी ताकत होगी। इसके अलावा ग्रुप एडमिन आपत्तिजनक चैट्स और मीडिया को सभी सभी मेंबर्स के लिए डिलीट कर सकते हैं।

नए फीचर से एडमिन को नए टूल्स देने के साथ यूज़र्स के लिए भी काफी कुछ है। वॉट्सऐप के अनुसार यूजर कम्युनिटीज़ में अपनी बातचीत को कंट्रोल कर सकेंगे। वॉट्सऐप की मौजूदा सेटिंग्स में यूज़र्स यह चुन सकते हैं कि उन्हें कौन ग्रुप में शामिल कर सकता है और कौन नहीं। यह काम का फीचर यूजर्स को कम्युनिटीज़ में भी मिलेगा। वॉट्सऐप में जल्द ही एक ऐसे फीचर की भी एंट्री होगी जिससे यूज़र के ग्रुप छोड़ने पर किसी को नोटिफ़िकेशन नहीं मिलेगा।

वॉट्सऐप में आज तीन और नए फीचर की एंट्री हुई है। इनमें इन-चैट पोल क्रिएट करने के अलावा, 32 लोगों के साथ वीडियो कॉलिंग और 1024 यूजर्स के साथ ग्रुप चैट करना शामिल है। इमोजी रिएक्शन, लार्ज फाइल शेयरिंग और ऐडमिन डिलीट जैसे खास फीचर्स को भी अब किसी भी ग्रुप में इस्तेमाल किया जा सकेगा। हालांकि, ये सब टूल्स यूजर्स को कम्यूनिटीज में ज्यादा काम आएंगे।

वॉट्सऐप के अनुसार कम्यूनिटीज का सबसे ज्यादा फायदा उन यूजर्स को होगा जो आपस में गहरा संबंध रखते हैं। स्कूल और इससे जुड़े बिजनेस इसका एक शानदार उदाहरण हैं। इनमें कई सारी चीजें कॉमन होती हैं। वॉट्सऐप के नए फीचर से इन्हें अपनी बातचीत ऑर्गनाइज़ करने के लिए ज़्यादा टूल्स मिलेंगे।

स्कूली बच्चों के पेरेंट्स, लोकल क्लब और यहाँ तक कि छोटे वर्कप्लेस भी अपनी बातचीत और हर दिन के कामों के लिए WhatsApp का इस्तेमाल करते हैं। इन ग्रुप्स को अपनी प्राइवेसी सुरक्षित रखने के लिए ऐसे तरीकों की ज़रूरत होती है, जो सोशल मीडिया से अलग हों। खास बात है कि वॉट्सऐप कम्यूनिटीज की चैट्स को सेफ रखने के लिए आने वाले दिनों में कई और अपडेट लाएगा।

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