भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना ने कही ये बात , जानकर लोग हुए हैरान
भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना ने सुप्रीम कोर्ट के परस्पर विरोधी और अलग-अलग फैसलों की व्याख्या करते हुए कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के सभी जजों से हमेशा एक स्वर में बोलने की अपेक्षा करना गलत होगा। ‘कैपिटल फाउंडेशन एनुअल लेक्चर’ में जस्टिस रमना ने कुछ जमानत देने से संबंधित अलग-अलग मामलों में निर्णय लेने के लिए विभिन्न न्यायाधीशों द्वारा अपनाए गए अलग-अलग आधारों की ओर इशारा किया।
न्यायमूर्ति रमना ने कहा कि अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने वैकेंसी को भरने, न्यायिक बुनियादी ढांचे को बढ़ाने और न्याय वितरण प्रणाली में तेजी लाने के लिए टेक्नोलॉजी को शामिल करने पर ध्यान केंद्रित किया था।
आपको बता दें कि देश के विभिन्न अदालतों में आज चार करोड़ से अधिक मामले लंबित हैं। लॉकडाउन और महामारी के दौरान मामलों की फिजिकल सुनवाई नहीं होने से स्थिति और गंभीर हुई। कोर्ट में मामले और बढ़े।