लखनऊ केजीएमयू में अब होगा सटीक इलाज, विश्व स्तर की होगी सुविधा

नींद से जुड़ी बीमारियों का केजीएमयू में अब सटीक इलाज होगा। इसके लिए केजीएमयू के पल्मोनरी एंड क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग में काम्प्रेहेंसिव स्लीप डिसआर्डर सेंटर स्थापित किया गया है। नींद में खरार्टे आने की परेशानी का भी इलाज होगा।

डॉ. वेद प्रकाश ने बताया कि अच्छी सेहत के लिए भरपूर नींद जरूरी है। नींद से जुड़ी बीमारी का पल्मोनरी एंड क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग में सटीक इलाज होगा। विभाग में काम्प्रेहेंसिव स्लीप डिसआर्डर सेंटर विकसित किया गया है।

इसमें पांच पॉली सोमनोग्राफी सिस्टम स्थापित किए गए हैं। प्रत्येक सिस्टम 33 लाख रुपये का है। विश्व स्तर की सुविधा इसमें होगी। इसमें मरीज को पूरी रात रखा जाएगा। मशीनें पूरी रात 68 स्तर की जांच करेंगी। इसमें बीपी, पल्स, हार्ट रेट, ईईजी समेत दूसरे पैमाने की स्टडी होगी।

बहुत से लोगों को सोते वक्त खरार्टे आते हैं। परिवार के सदस्य इसे अच्छी नींद मानते हैं। जबकि यह धारणा गलत है। यह सांस की नली में रूकावट की वजह बन सकता है। खरार्टे आने पर डॉक्टर की सलाह लें। इससे ब्लड प्रेशर, डायबिटीज व मोटापा समेत दूसरी समस्या होने पर मरीजों को अधिक संजीदा रहने की जरूरत है।

केजीएमयू पल्मोनरी एंड क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ. वेद प्रकाश ने कहा कि नींद से जुड़ी बीमारियों तेजी से बढ़ रही है। करीब 30 से 40 फीसदी लोगों को नींद से जुड़ी बीमारी है। चिंता की बात यह है कि वयस्कों में भी नींद से जुड़ी बीमारी ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया (ओएसए) तेजी से पनप रही है।

पुरुषों की तुलना में महिलाओं में यह बीमारी होने की आशंका करीब 40 फीसदी अधिक होती है। वहीं 15 से 30 फीसदी पुरुष व 10 से 30 प्रतिशत महिलाओं में नींद संबंधी दिक्कतें देखने को मिल रही हैं। अच्छी नींद न आने से मरीज को तमाम तरह की समस्याएं घेर सकती हैं।

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