भारत से बेआबरू होकर लौटे पाकिस्तान के विदेश मंत्री , फिर से अलापा रहे कश्मीर राग

भारत से बेआबरू होकर लौटे पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो-जरदारी ने एक बार फिर से कश्मीर राग अलापा है। इस बार भुट्टो को चीन का भी साथ मिला है। दोनों देशों ने भारत में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक के बाद अब पाकिस्तान के इस्लामाबाद में कश्मीर को लेकर जहर उगला।

पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल ने चीनी विदेश मंत्री के साथ इस्लामाबाद में एक संयुक्त प्रेस वार्ता की। दोनों देशों ने कश्मीर के मुद्दे पर संयुक्त बयान भी जारी किया। इसमें संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव की दुहाई देते हुए कथित एकतरफा कार्रवाई का विरोध किया।

बता दें कि एससीओ की बैठक में भाग लेने के बाद चीनी विदेश मंत्री क्विन गांग पाकिस्तान गए हैं। इस दौरान चीनी विदेश मंत्री की पाकिस्तानी विदेश मंत्री के साथ इस्लामाबाद में रणनीतिक वार्ता हुई। दोनों देशों ने एक संयुक्त बयान जारी किया। इसमें कश्मीर समेत दक्षिण एशिया के कई मुद्दों का जिक्र था।

संयुक्त बयान में बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा कि हम पाकिस्तान की क्षेत्रीय अखंडता, संप्रभुता और राष्ट्रीय विकास के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर विवाद पर चीन के सैद्धांतिक और न्यायपूर्ण रुख के लिए चीन के दृढ़ समर्थन की गहराई से सराहना करते हैं। बयान के मुताबिक, चीन ने फिर कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच इतिहास से छोड़े गए कश्मीर विवाद को संयुक्त राष्ट्र चार्टर, प्रासंगिक सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों और द्विपक्षीय समझौतों के अनुसार ठीक से और शांतिपूर्वक हल किया जाना चाहिए।

चीन-पाकिस्तान की ओर से जारी संयुक्त बयान में कहा गया है कि कश्मीर की यथास्थिति में परिवर्तन हालात को और गंभीर बना सकते हैं। बता दें कि ये बयान ऐसे समय में जारी किया गया है जब भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक दिन पहले ही पाकिस्तान को खरी-खरी सुनाई थी। जयशंकर ने दो कहा था कि कश्मीर से अनुच्छेद 370 की वापसी अब इतिहास की बात हो चुकी है। जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने पर जयशंकर ने कहा, ‘‘यह इतिहास है। नींद से उठिए और सच को स्वीकार करिए।’’

 

 

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