omicron के नए वैरिएंट ने बढ़ाई टेंशन, जानिए पूरी खबर
त्योहारी सीजन नजदीक है और कोविड -19 के नये ओमिक्रॉन सब वैरिएंट ने भारत में चिंता बढ़ा दी है। चिंता की वजह इसलिए भी है क्योंकि देश में धीरे-धीरे कोरोना पाबंदियां खत्म हो रही हैं और लोगों ने अब कोरोना वायरल को गंभीरता से लेना बंद कर दिया।
वैज्ञानिकों ने इसे एक्सबीबी वैरिएंट नाम दिया है। यह वो वैरिएंट है जो सिंगापुर में अपना कहर बरपा रहा है और भारत में पकड़ मजबूत कर रहा है। देश के कई राज्यों में मिलाकर कम से कम 10-15% नमूनों में इस वैरिएंट की पुष्टि हुई है।
हालांकि स्वास्थ्य विभाग के एक्सपर्ट मानते हैं कि भारत में अब कोरोना महामारी का असर धीमा हो गया है लेकिन, फिर भी ऐसा नहीं कहा जा सकता कि यह पूरी तरह से खत्म हो गया है। त्योहारी सीजन नजदीक है।
ऐसे में लोगों को सावधानी बरतने की खास आवश्यकता है। खासकर इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि ओमिक्रॉन का यह नया वैरिएंट खतरनाक साबित हो सकता है। सिंगापुर में जिस तेजी से कोरोना केसों में बढ़ोत्तरी देखने को मिली थी, आने वाले दिनों में यहां भी इसके बढ़ने की संभावना है।
देश में जीनोमिक विविधताओं की निगरानी करने वाली संस्था INSACOG के एक सदस्य ने कहा, “आखिरकार ये सभी ओमिक्रॉन के ही हिस्से हैं। केवल नाम बदला है, इसका काम वही है। दरअसल, WHO वायरल की प्रवृत्ति के आधार पर म्यूटेंट के नाम को निर्धारित करता है। हम डेटा का विश्लेषण कर रहे हैं और इस बात की बहुत अधिक संभावना है कि अन्य उप-वैरिएंट जो वर्तमान में पश्चिमी देशों में कोरोना फैलने का कारण है, पहले से ही भारत में मौजूद हैं। अब तक, सभी म्यूटेंट BA.2.75 के तहत रिपोर्ट किए गए थे।”
अभी तक जो आंकड़े सामने आए हैं, उसके हिसाब से प. बंगाल, ओड़िशा, कर्नाटक, तमिलनाडु, गुजरात और राजस्थान वे राज्य हैं, जहां सैंपल में एक्सबीबी वैरिएंट की पुष्टि हुई है।
ओमिक्रॉन का यह नया सब वैरिएंट एक्सबीबी ओमिक्रॉन के BA.2.75 और BJ.1 सब-वेरिएंट का एक संयोजन है। इसका पहला केस अगस्त माह में सिंगापुर में मिला था। जिसके बाद यकायक देश में कोरोना केसों में वृद्धि देखने को मिली थी।