देश में स्वतंत्रता दिवस का जश्न शुरू, जोश भर देंगे देशभक्ति के ये नारे
देश में स्वतंत्रता दिवस का जश्न शुरू हो गया है। हर तरफ देशभक्ति से भरे नारों की गूंज है। स्वतंत्रता सेनानियों के ये नारे देशवासियों में देशभक्ति का जोश भर देते हैं। इन नारों ( slogan for independence day ) ने देशवासियों को आजादी के लिए प्रेरित किया और ये हमेशा के लिए अमर हो गए।
आज भी स्वतंत्रता सेनानियों के ये नारे देशवासियों में देशभक्ति का गजब का जोश भरने का काम करते हैं। स्कूल, कॉलेज, सरकारी और निजी दफ्तर में स्वतंत्रता दिवस पर क्विज, कविता लेखन, स्वतंत्रता दिवस भाषण और निबंध लेखन जैसी प्रतियोगिता हो रही हैं। जगह जगह सांस्कृतिक कार्यक्रम हो रहे हैं। इन कार्यक्रमों और प्रतियोगिताओं में देशभक्ति का जोश जरूरी होता है।
तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा: यह नारा नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने दिया था।
जय हिंद: नेताजी सुभाष चंद्र बोस का यह नारा आज भी हर भारतीय की जुबां पर रहता है।
स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूंगा: बाल गंगाधर तिलक ने यह नारा दिया था।
वंदे मातरम् : यह नारा बंकिमचंद्र चटर्जी ने दिया था।
सारे जहां से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा: अल्लामा इकबाल का यह नारा भी काफी पसंद किया जाता है।
सत्यमेव जयते: यह स्लोगन पंडित मदनमोहन मालवीय ने दिया था।
सरफरोशी की तमन्ना, अब हमारे दिल में है, देखना है ज़ोर कितना बाज़ु-ए-क़ातिल में है- यह नारा रामप्रसाद बिस्मिल ने दिया था। यह नारा जोश और जूनुन से भर देता है।
इंकलाब जिंदाबाद: भगत सिंह का यह नारा आज भी युवाओं की पहली पसंद है।