दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर टोल दरों को मंजूरी, 2.19 रुपये प्रति किलोमीटर के हिसाब से देना होगा…

लंबे इंतजार के बाद दिल्ली-मुबंई एक्सप्रेसवे (Delhi-Mumbai Expressway) यातायात के लिए खोला जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 फरवरी को राजस्थान के दौसा में एक्सप्रेसवे राष्ट्र को समर्पित करेंगे।

इससे पहले सड़क परिवहन मंत्रालय ने नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) द्वारा निर्धारित टोल दरों के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। शुरू में 2.19 रुपये प्रति किलोमीटर के हिसाब से टोल वसूला जाएगा, लेकिन जैसे ही एक्सप्रेसवे का अगला चरण यातायात के लिए खुलेगा तो दरों को संशोधित कर बढ़ा दिया जाएगा।

एनएचएआई के अधिकारियों का कहना है कि दिल्ली से मुंबई तक 1380 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे बनना है, जिसमें से 275 किलोमीटर का पहला चरण यातायात के लिए खोला जा रहा है। इसलिए टोल दरों का प्रस्ताव करीब छह महीने पहले ही मंत्रालय को भेजा था, जिसे मंजूरी मिल गई है। कुछ दिन बाद यह भी अधिसूचना जारी की जाएगी कि कहां से कहां तक कितना टोल लिया जाएगा।

मंत्रालय के निर्देश पर तिथि निर्धारित होगी : अभी टोल वसूली शुरू करने की तिथि निर्धारित नहीं है। एनएचएआई अधिकारी कहते हैं कि मंत्रालय की तरफ से तय किया जाएगा कि कब से टोल वसूली होनी है।

वेस्टर्न पेरिफेरल पर वैकल्पिक व्यवस्था

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को वेस्टर्न पेरिफेरल से जोड़े के लिए लूप बनाया जा रहा है, लेकिन अभी तक उसका काम पूरा नहीं हुआ है। इसके लिए एनएचएआई ने एक्सप्रेसवे पर चढ़ने के लिए सड़क बनवाई है। इसी पर टोल वसूली के लिए पूरा सिस्टम लगा दिया गया है।

राजस्थान और जयपुर जाना होगा आसान

एक्सप्रेसवे को यातायात के लिए खोले जाने के बाद दिल्ली के लोगों को अलवर, दौसा, जयपुर समेत आसपास के जिलों तक जाने में आसानी होगी। दिल्ली में रहने वाले लोग धौलाकुआं होते हुए एनएच-8 के रास्ते गुरुग्राम तक जाएंगे, जहां से सोहना-गुरुग्राम लिंक हाईवे से दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे तक जा सकेंगे। वहीं, मार्च 2024 में आश्रम के पास गोल चक्कर पार्क से दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को जोड़ने वाला छह लेन का कनेक्टर भी यातायात के लिए खुल जाएगा।

सबसे अधिक टोल सोहना से वेस्टर्न पेरिफेरल स्थित लूप तक लिया जाएगा, क्योंकि 19 किलोमीटर लंबे इस हिस्से में सबसे ज्यादा स्ट्रक्चर (ढांचे) पर खर्च हुआ है, इसलिए नियम के हिसाब से टोल दूरों की गणना भी उसी के अनुरूप निर्धारित की जाती है। यहां पर करीब 50 रुपये टोल देना पड़ सकता है। बाकी हिस्से में अगर सफर करते हैं तो टोल की दर 2.19 रुपये प्रतिकिलोमीटर के हिसाब से ली जाएगी।

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