लखीमपुरखीरी कांड को लेकर एक्शन में योगी सरकार , रात 11 बजकर की ये घोषणा

यूपी की राजनीति में बहुजन समाज पार्टी और मायावती क्यों हाशिये जा रहे हैं उसका उदाहरण लखीमपुरखीरी कांड के बाद भी दिखाई दिया है। जघन्य कांड के बाद सीएम योगी ने खुद मॉनिटरिंग की और पीड़ितों के लिए मुआवजा समेत आरोपियों को फास्ट ट्रैक कोर्ट से सजा की घोषणा की। उससे मायावती को राजनीति का मौका नहीं मिला।

हद तो तब हो गई जब सीएम योगी के एलान के बाद बसपा की तरफ से वही मांग कर दी गई। मायावती के भतीजे आकाश आनंद की तरफ से किए गए ट्वीट बताते हैं कि बसपा न सिर्फ यूपी की राजनीति में पिछड़ गई है बल्कि ऐसे जघन्य मामलों में जिस तरह की तेजी दिखाई देनी चाहिए वह नहीं दिखी है।

सीएम योगी की तरफ से पीड़ित परिवार के लिए 25 लाख का मुआवजा, पक्का घर देने की घोषणा की गई। आरोपियों को फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाकर एक महीने के अंदर सजा दिलाने का एलान भी सीएम योगी की तरफ से किया गया। रात करीब पौने ग्यारह बजे योगी का एलान पीड़ितों और मीडिया तक पहुंच गया।

सीएमओ दफ्तर के ऑफिशियल हैंडल से एलान की घोषणा भी रात 11 बजकर 11 मिनट पर ट्वीट से हो गई। ट्वीट में साफ लिखा गया कि सीएम योगी की तरफ से पीड़िता के परिजनों को ₹25 लाख की आर्थिक सहायता, एक पक्का आवास एवं कृषि भूमि का पट्टा दिए जाने के निर्देश दिए हैं। यूपी सरकार की तरफ से हत्या के इस मामले में फास्ट ट्रैक कोर्ट में प्रभावी पैरवी कर एक माह के भीतर दोषियों को उनके कृत्य की सजा दिलाई जाएगी।

सरकार के इस एलान और ट्वीट के करीब दो घंटे बाद रात 12.50 पर मायावती के भतीजे आकाश आनंद की तरफ से यही मांग कर दी गई। आकाश आनंद ने लिखा कि मैं उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार को साफ कह देना चाहता हूं कि जल्द से जल्द इस मामले की जांच पूरी कर, गिरफ्तार हुए सभी आरोपियों पर फास्ट ट्रैक कोर्ट में केस चला कर इन्हे कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाए। सीएम योगी के एलान के बाद बसपा की तरफ से उन्हीं बातों की मांग करना अब चर्चा का विषय बना हुआ है।

यूपी की राजनीति में एक दशक पहले तक नंबर एक पार्टी रही मायावती की बहुजन समाज पार्टी अब लगातार पिछड़ रही है। 2012 तक बसपा यूपी में मुख्य विपक्षी पार्टी थी। उससे ठीक पहले 2007 से 2012 तक मायवती के नेतृत्व में बसपा की बहुमत की सरकार थी। लेकिन उसके बाद से लोकसभा हो या विधानसभा का चुनाव बसपा का ग्राफ तेजी से नीचे गिरता गया।

बुधवार की रात जिले के निघासन में दो बहनों के साथ दरिंदगी और हत्या के बाद सीएम योगी की सख्ती से गुरुवार की दोपहर तक पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा कर दिया। सभी छह आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया गया। परिवार भी पुलिस प्रशासन से संतुष्ट हो गया और शाम तक शवों का अंतिम संस्कार कर दिया गया।

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