पाकिस्तान बेच रहा अपने ये सभी जानवर, चिड़ियाघर के पास नहीं खिलाने के पैसे

पशुओं का संरक्षण करने वाले इस नीलामी के विरोध में हैं। उनका कहना है कि या तो शेरों को किसी और चिड़ियाघर में शिफ्ट किया जाए या मादा जानवरों को गर्भनिरोधक दिया जाए। एक कायर्कर्ता उज्मा खान ने कहा, “अगर एक बार चिड़ियाघर से इस प्रकार की नीलामी हो गई तो यह एक व्यापर बन जाएगा जो वन्य जीवों के संरक्षण पर गलत असर डालेगा।”

चिड़ियाघर के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी मोहम्मद रिज़वान खान के मुताबिक पिछले साल भी शेरों की नीलामी के प्रयास किए गए थे लेकिन नीलामी में आए लोगों के पास जरूरी काजगात न होने के चलते ये प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई थी। गौरतलब है कि फटेहाल पाकिस्तान में गरीबी के चलते इस तरह के कदम उठाने की ये पहली घटना नहीं है।

फटेहाल पाकिस्तान के पास नहीं है चिड़ियाघरों में मौजूद शेरों को खाना खिलाने के पैसे… इसलिए अब करने जा रहा है उन्हें नीलाम।पाकिस्तान में तेजी से फ़ैल रही गरीबी का असर अब वहाँ के इंसानों के अलावा जानवरों पर भी साफ देखा जा सकता है।

लाहौर के चिड़ियाघर ने वहाँ मौजूद शेरों और बाघों को प्राइवेट लोगों के हाथों नीलाम करने का फैसला किया है। चिड़ियाघर प्रशासन ने इसको न सिर्फ जगह की बल्कि पैसों की भी बचत के लिए उठाया गया कदम बताया है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक फिलहाल लाहौर के चिड़ियाघर में 29 शेर हैं। इनकी उम्र 2 से 5 साल के बीच की है। 11 अगस्त को इनकी नीलामी हो सकती है, जिसमें 12 शेरों को नीलाम किया जा सकता है। इनकी पुष्टि चिड़ियाघर के डिप्टी डायरेक्टर तनवीर अहमद जंजुआ ने की है। लाहौर के इसी चिड़ियाघर में 6 चीते और 2 तेंदुए भी हैं।

 

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